कंप्यूटर और योग

इन दिनों घर, ऑफिस और हर जगह कंप्यूटर का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। हम अक्सर घंटों कंप्यूटर पर बैठकर काम करते हैं। मानव जीवन धीरे-धीरे प्रकृति से दूर होता जा रहा है और ऎसी वस्तुओं का उपयोग बढ़ता जा रहा है जो हमारे शरीर के लिए तकलीफ देह होतीं है।
 
कंप्यूटर की वजह से भारी शारीरिक और मानसिक हानि पहुंचती है उसकी चर्चा विशेषज्ञ अक्सर करते हैं। कंप्यूटर पर काम करने से शरीर को थकावट होने लगती है। विश्व में भारतीय योग विद्या के निरंतर लोकप्रिय होने का कारण यह भी है कि मनुष्य को प्रतिदिन मानसिक और शारीरिक रुप से ताजगी की जरुरत होती है। इसके लिए जरुरी है योग। योग साधना कर हम अपनी शारीरिक व्याधियों से छुटकारा पा सकते हैं।

पहले सुबह पन्द्रह मिनट प्राणायाम करें। इससे शरीर को बहुत राहत मिलती है।

दूसरा यह कि यह कि योग साधना से शरीर की व्याधिया दूर होती हैं। योग तो जीवन जीने की कला है। योगासन से शरीर, प्राणायाम से मन और ध्यान से विचारों के विकार दूर होते हैं।

हमें सुबह उठकर खुली जगह पर कुछ बिछाकर उस पर बैठ जाना चाहिऐ और धीरे-धीरे पेट को पिचकना चाहिऐ और अनुलोम-विलोम प्राणायाम करना चाहिऐ।

जिन लोगों को उच्च रक्तचाप या अन्य कोई बिमारी न हो तो इसी दौरान अन्दर और बाहर कुछ क्षणों के लिए सांस रोक सकते हैं तो यही नादी शोधन प्राणायाम कहलायेगा। जब हम थोडा पेट पिचकाएंगे तो ऐसा लगेगा कि हमारे शरीर में रक्तप्रवाह तेज हो रहा है और कुछ देर मेंआंखों को सुख की अनुभूति होने लगेगी ।

कंप्यूटर में काम करते हुए हमारे मस्तिष्क और आंखों बहुत कष्ट उठाना पडता है, और केवल निद्रा से उसे राहत नहीं मिल सकती और ना ही सुबह घूमने से कोइ अधिक लाभ हो पाता है।

इसके अलावा कुछ देर ध्यान लगाएं तो भी थकावट दूर हो जाएगी। अगर आप कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं तो खुश रहने के लिए योग साधना और ध्यान अवश्य करो -इससे ज्यादा और जल्द लाभ होगा।

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