प्रत्याहार की साधना का मार्ग

स्वामी विवेकानंद ने प्रत्याहार की साधना का सरल मार्ग बताया है। 



वे कहते हैं मन को संयत करने के लिए-
  • कुछ समय चुपचाप बैठें और मन को उसके अनुसार चलने दें।
  • मन में विचारों की हलचल होगी, बुरी भावनाएं प्रकट होंगी। सोए संस्कार जाग्रत होंगे। उनसे विचलित न होकर उन्हें देखते रहें।
  • धैर्यपूर्वक अपना अभ्यास करते रहें।
  • धीरे-धीरे मन के विकार कम होंगे और एक दिन मन स्थिर हो जाएगा तथा उसका इंद्रियों से संबंध टूट जाएगा।